भीलवाड़ा। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग की ओर से देशभर में चलाए जा रहे अभियान के तहत लेबर डिपार्टमेंट की टीम ने कार्रवाई कर एक रेस्टोरेंट से दो बाल श्रमिकों को मुक्त कराया। ये दोनों बाल श्रमिक 150 से 200 रुपए प्रतिदिन में होटल पर बर्तन मांजने, सब्जी काटने और खाना परोसने का काम करते थे। प्रताप नगर थाना क्षेत्र में नटराज थाली रेस्टोरेंट में बाल श्रमिक की सूचना पर चाइल्ड हेल्पलाइन 1098, 112 हेल्पलाइन, नवाचार संस्थान और लेबर डिपार्टमेंट ने संयुक्त कार्रवाई को अंजाम दिया यहां से दो बाल श्रमिकों को मुक्त कराया है। इन दोनों बाल श्रमिकों को बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश करने पर इन्हें एवरेस्ट शेल्टर होम में भिजवाया। श्रम विभाग के लेबर इंस्पेक्टर आशीष यादव ने बताया कि प्रताप नगर थाना क्षेत्र में पुराना बस स्टैंड पर नटराज थाली रेस्टोरेंट पर यहां दो बाल श्रमिक मिले। इन बाल श्रमिकों ने बयान में बताया कि वे यहां बर्तन साफ करने, सब्जी काटने और खाना सर्व करने का काम पिछले करीब 8-10 महीने से कर रहे हैं। इसके लिए उन्हें प्रतिदिन ₹150 से 200 मिलते थे।
ये थे कार्रवाई में शामिल
कार्रवाई के दौरान चाइल्ड हेल्पलाइन के परियोजना समन्वयक हेमंत सिंह सिसोदिया, सुपरवाइजर राधेश्याम गुर्जर, राजेश खोईवाल केस वर्कर सुमन साहू, नवाचार संस्थान के जितेंद्र सिंह तोमर, रेड एंड रेस्क्यू ऑफिसर भगवान सिंह चारण, काउंसलर अलका ओझा और प्रताप नगर थाना पुलिस के जवान मौजूद रहे।
