सरकार की बेरूखी से काली बाई स्कूटी योजना से वंचित हो रही कॉलेज छात्राएं

👇समाचार सुनने के लिए यहां क्लिक करें

  • काली बाई देवनारायण स्कूटी योजना में वर्ष 2022-23 में किया जाना था 201 बालिकाओं का लाभांवित, अभी 127 बालिकाओं को नहीं मिल सकी है स्कूटी
  • सिरोही कन्या महाविद्यालय में जंग खा रही है 89 स्कूटी, 38 डीलर के पास है मौजूद
  • मंत्री की सहमति नहीं मिलने से स्कूटी वितरण कार्य अटका
  • वंचित बालिकाओं ने पूर्व विधायक से मुलाकात कर सुनाई वेदना शिवगंज। तत्कालीन सरकार के समय प्रदेश में कॉलेज छात्राओं को शिक्षा को लेकर प्रोत्साहित करने के उदेश्य से प्रारंभ की गई काली बाई देवनारायण स्कूटी योजना में जिले में चयनित 201 बालिकाओं में से 127 बालिकाओं को अभी भी स्कूटी नहीं मिल सकी है। जिन स्कूटी का वितरण बालिकाओं को किया जाना है वे कन्या महाविद्यालय में जंग खा रही है, मगर सरकार की स्वीकृति नहीं मिलने की वजह से बालिकाएं इस लाभ से वंचित है। मामले को लेकर वंचित छात्राओं ने गुरुवार को पूर्व विधायक संयम लोढा से मुलाकात कर अपनी वेदना सुनाई। मामले को लेकर पूर्व विधायक लोढा ने उच्च शिक्षा आयुक्त ओम प्रकाश बैरवा से बात उन्हें पूरे मामले से अवगत करवाया है।

गौरतलब है कि काली बाई देवनारायण स्कूटी योजना के तहत जिले में वर्ष 2022-23 में जिले में 201 छात्राओं का चयन किया गया था। इसमें से 74 स्कूटी का तत्कालीन सरकार के समय ही छात्राओं को वितरण कर दिया गया था। विधानसभा चुनावों के बाद प्रदेश में सरकार बदलने के बाद से अभी तक छात्राओं को इस योजना से लाभांवित नहीं किया गया है। ऐसे में अभी भी जिले की 127 छात्राएं स्कूटी योजना के लाभ से वंचित है।

कॉलेज में जंग खा रही स्कूटी
इस योजना के तहत तत्कालीन सरकार के समय ही 201 स्कूटी वितरण की स्वीकृति प्रदान कर दी गई थी। इसके तहत राजकीय कन्या महाविद्यालय सिरोही को 163 स्कूटी मिल गई। योजना के तहत उस समय पूर्व विधायक संयम लोढा के आतिथ्य में आयोजित कार्यक्रम में 74 स्कूटी का वितरण कर दिया गया। जबकि 89 स्कूटी आज भी कन्या महाविद्यालय में पडी हुई है। शेष 38 स्कूटी डीलर के पास मौजूद है। विडम्बना है कि प्रदेश में सरकार बने एक साल पूरा हो गया है, मगर इन छात्राओं को आज तक स्कूटी नहीं मिल सकी है।

पूर्व विधायक से मिली छात्राएं
इस योजना के तहत जिले में जो छात्राएं चयनित हुई थी और जिन्हें स्कूटी योजना का लाभ नहीं मिल सका है, इन छात्राओं ने गुरुवार को शिवगंज में कांग्रेस कार्यालय में पूर्व विधायक संयम लोढा से मुलाकात कर पूरे मामले की जानकारी देते हुए सहयोग का आग्रह किया।

जिले में ही नहीं पूरे प्रदेश में ऐसा हुआ
इन छात्राओं से मिली जानकारी के आधार पर जब पता किया गया तो यह जानकारी मिली कि ऐसा केवल सिरोही जिले में ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश में हुआ है। प्रदेश में सरकार बदलने के बाद से अब तक किसी होनहार छात्रा को इस योजना का लाभ नहीं दिया गया है।

लोढा ने की उच्च शिक्षा आयुक्त से बात
छात्राओं को एक साल से स्कूटी से वंचित रखने की जानकारी मिलने के बाद पूर्व विधायक ने तत्काल ही प्रदेश के उच्च शिक्षा आयुक्त ओमप्रकाश बैरवा से बात कर उन्हें पूरे मामले से अवगत करवा छात्राओं को उनका हक प्रदान करने का आग्रह किया। मामले को लेकर लोढा ने मुख्यमंत्री सहित उप मुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा को ट्विट कर आग्रह किया है कि मेहरबानी कर शेष बालिकाओं को स्कूटी दिया जाना सुनिश्चित करें।

सरकार के आदेश नहीं होने से नहीं हुआ वितरण
वर्ष 2023-24 में चयनित बालिकाओं को स्कूटी वितरण कार्य चल रहा है, लेकिन 2022-23 में शेष रही बालिकाओं के लिए सरकार की तरफ से आदेश नहीं मिलने की वजह से वितरण कार्य अटका हुआ है। हमारे पास उस समय की 89 स्कूटी उपलब्ध है। आदेश मिलेंगे तो उनका भी वितरण कर देंगे।
शैलेन्द्रसिंह, प्राचार्य, राजकीय कन्या महाविद्यालय

बालिकाओं से भेदभाव कर रही सरकार
सरकार बालिकाओं को हक देने में भी भेदभाव कर रही है। हमारी सरकार के समय जो बालिकाएं इस योजना में चयनित हुई थी, उनकी स्कूटी महाविद्यालय प्रशासन के पास उपलब्ध होने के बावजूद उन्हें नहीं दी जा रही है। बालिकाएं उप मुख्यमंत्री के कोप भाजन का शिकार हो रही है। मैने मुख्यमंत्री को ट़्विट कर वर्ष 2022-23 की शेष बालिकाओं को भी अविलंब स्कूटी देने का आग्रह किया है।
संयम लोढा, पूर्व विधायक सिरोही

Rajasthan Tv 24
Author: Rajasthan Tv 24

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

और पढ़ें

जवाई पुलिया हुआ खोखला, शिवगंज सुमेरपुर के बीच आवागमन हुआ प्रभावित – पूर्व विधायक संयम लोढ़ा ने शीघ्र मरम्मत की उठाई मांग – लोढ़ा ने कहा,यह सरकार का निकम्मापन की स्वीकृति के डेढ़ साल बाद भी पूल का निर्माण नहीं शिवगंज। जवाई बांध से छोड़े गए प्रचुर मात्रा में पानी के कारण जवाई पुलिया की स्थिति गंभीर हो गई है। इसका अवलोकन करने के लिए सोमवार को पूर्व विधायक संयम लोढ़ा कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ जवाई पुलिया पहुंचे। उन्होंने पुलिया का निरीक्षण किया और उसके बाद सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारियों से फोन पर बात कर वस्तुस्थिति से अवगत करवाया। मीडिया से बातचीत में संयम लोढ़ा ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह पूर्णतः निकम्मापन है। वर्ष 2024 में जवाई पूल के निर्माण की स्वीकृति हो गई थी, लेकिन डेढ़ साल बीतने के बावजूद आज तक निर्माण कार्य नहीं शुरू किया गया। उन्होंने बताया कि अब बांध से पानी छोड़ने के कारण पुलिया के अंदर की संरचना पूरी तरह खोखली हो चुकी है। नुकसान का सही आकलन तो पानी के बंद होने के बाद ही संभव होगा। उन्होंने कहा कि प्रशासन ने रविवार को दावा किया था कि दो दिन में पुलिया से आवागमन शुरू कर दिया जाएगा, लेकिन पुलिया की वर्तमान स्थिति देखकर ऐसा सम्भव नहीं लगता। जवाई बांध में अभी भी भारी पानी की आवक बनी हुई है, जिससे कई दिनों तक निकासी जारी रहेगी और नदी में पानी का तेज बहाव बना रहेगा। पुलिया डेमेज होने के कारण आम नागरिकों को शिवगंज से सुमेरपुर पहुंचने में आधा घंटा अतिरिक्त समय लग रहा है। पूर्व विधायक लोढ़ा ने पीडब्ल्यूडी विभाग से सर्वोच्च प्राथमिकता पर कार्य शुरू करने की अपील की। उन्होंने कहा कि पुलिया के खंबे भी टूट चुके हैं, जिसका आकलन कर युद्ध स्तर पर मरम्मत कार्य शुरू किया जाए, ताकि आमजन को इस कठिनाई का सामना लंबे समय तक न करना पड़े। संयम लोढ़ा ने यह भी सुझाव दिया कि पुल के निर्माण को चौड़ा करने का निर्णय लिया गया है, इसलिए रिवर फ्रंट साइड को नुकसान न पहुंचाते हुए रपट वाली साइड में पूल को 4 मीटर तक बढ़ाया जाए। उन्होंने कहा कि यह रिवर फ्रंट शिवगंज-सुमेरपुर के लोगों के लिए एक प्रिय जगह बन चुकी है, अतः इसका सौंदर्य एवं उपयोगिता दोनों बरकरार रखी जाए।

जवाई पुलिया हुआ खोखला, शिवगंज सुमेरपुर के बीच आवागमन हुआ प्रभावित – पूर्व विधायक संयम लोढ़ा ने शीघ्र मरम्मत की उठाई मांग – लोढ़ा ने कहा,यह सरकार का निकम्मापन की स्वीकृति के डेढ़ साल बाद भी पूल का निर्माण नहीं शिवगंज। जवाई बांध से छोड़े गए प्रचुर मात्रा में पानी के कारण जवाई पुलिया की स्थिति गंभीर हो गई है। इसका अवलोकन करने के लिए सोमवार को पूर्व विधायक संयम लोढ़ा कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ जवाई पुलिया पहुंचे। उन्होंने पुलिया का निरीक्षण किया और उसके बाद सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारियों से फोन पर बात कर वस्तुस्थिति से अवगत करवाया। मीडिया से बातचीत में संयम लोढ़ा ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह पूर्णतः निकम्मापन है। वर्ष 2024 में जवाई पूल के निर्माण की स्वीकृति हो गई थी, लेकिन डेढ़ साल बीतने के बावजूद आज तक निर्माण कार्य नहीं शुरू किया गया। उन्होंने बताया कि अब बांध से पानी छोड़ने के कारण पुलिया के अंदर की संरचना पूरी तरह खोखली हो चुकी है। नुकसान का सही आकलन तो पानी के बंद होने के बाद ही संभव होगा। उन्होंने कहा कि प्रशासन ने रविवार को दावा किया था कि दो दिन में पुलिया से आवागमन शुरू कर दिया जाएगा, लेकिन पुलिया की वर्तमान स्थिति देखकर ऐसा सम्भव नहीं लगता। जवाई बांध में अभी भी भारी पानी की आवक बनी हुई है, जिससे कई दिनों तक निकासी जारी रहेगी और नदी में पानी का तेज बहाव बना रहेगा। पुलिया डेमेज होने के कारण आम नागरिकों को शिवगंज से सुमेरपुर पहुंचने में आधा घंटा अतिरिक्त समय लग रहा है। पूर्व विधायक लोढ़ा ने पीडब्ल्यूडी विभाग से सर्वोच्च प्राथमिकता पर कार्य शुरू करने की अपील की। उन्होंने कहा कि पुलिया के खंबे भी टूट चुके हैं, जिसका आकलन कर युद्ध स्तर पर मरम्मत कार्य शुरू किया जाए, ताकि आमजन को इस कठिनाई का सामना लंबे समय तक न करना पड़े। संयम लोढ़ा ने यह भी सुझाव दिया कि पुल के निर्माण को चौड़ा करने का निर्णय लिया गया है, इसलिए रिवर फ्रंट साइड को नुकसान न पहुंचाते हुए रपट वाली साइड में पूल को 4 मीटर तक बढ़ाया जाए। उन्होंने कहा कि यह रिवर फ्रंट शिवगंज-सुमेरपुर के लोगों के लिए एक प्रिय जगह बन चुकी है, अतः इसका सौंदर्य एवं उपयोगिता दोनों बरकरार रखी जाए।