शिक्षा के आधारभूत ढांचे पर सरकार का फोकस नहीं : संयम लोढ़ा

👇समाचार सुनने के लिए यहां क्लिक करें

एनएसयूआई जिलाध्यक्ष के अभिनंदन समारोह में बोले पूर्व विधायक

शिवगंज। पूर्व मुख्यमंत्री के सलाहकार और पूर्व विधायक संयम लोढ़ा ने कहा कि राज्य और केंद्र सरकारों का शिक्षा के आधारभूत ढांचे को मजबूत करने की ओर कोई फोकस नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि भारत सरकार ने नई शिक्षा नीति में जीडीपी का 6 प्रतिशत शिक्षा पर खर्च करने का प्रावधान किया है, लेकिन पिछले पांच वर्षों से बजट में इस दिशा में कोई प्रगति नहीं हुई है। लोढ़ा रविवार को अपने निवास पर एनएसयूआई के नवनियुक्त जिला अध्यक्ष एडवोकेट चंपालाल तीरगर के अभिनंदन समारोह में मौजूद छात्र-छात्राओं को संबोधित कर रहे थे।

लोढ़ा ने कहा कि राजस्थान के छात्र शिक्षा क्षेत्र में अनेक जटिल समस्याओं का सामना कर रहे हैं। महाविद्यालयों में शिक्षकों के पद खाली हैं, नई भर्तियां नहीं हो रही हैं और स्कूलों की स्थिति भी कुछ अलग नहीं है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में जो पाठ्यक्रम चल रहा है, वह अत्यंत पुराना है और वैश्विक परिवर्तनों से उसका कोई मेल नहीं है। विद्यार्थी आज भी केवल थ्योरी आधारित शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं, जबकि प्रैक्टिकल पर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दिया जा रहा।

पूर्व विधायक ने छात्र राजनीति की स्थिति पर भी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि भाजपा सरकार ने छात्र संघ चुनाव नहीं करवाकर युवा नेतृत्व को उभरने का अवसर ही समाप्त कर दिया है। उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार संविदा पर शिक्षकों की नियुक्ति कर शिक्षित युवाओं का शोषण कर रही है।

लोढ़ा ने कहा कि आज की नीतियां शिक्षा को महंगा बनाकर निजीकरण को बढ़ावा देने वाली हैं। ऐसे में छात्रों और युवाओं को इन नीतियों के विरुद्ध संगठित होकर आवाज उठानी चाहिए। उन्होंने कहा कि जब तक छात्र वर्ग संगठित होकर संघर्ष नहीं करेगा, तब तक शिक्षा व्यवस्था में कोई सुधार नहीं हो सकता।

इससे पूर्व लोढ़ा ने एनएसयूआई के नए जिलाध्यक्ष चंपालाल तीरगर का पुष्प हार पहनाकर सम्मान किया और शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर एनएसयूआई के पूर्व जिलाध्यक्ष कुशाल सिंह देवड़ा, सुरेश सिंह राव, प्रकाश मीणा, रेशमा मीणा, पिंकी तीरगर, राहुल घांची सहित कई छात्र मौजूद रहे।

Rajasthan Tv 24
Author: Rajasthan Tv 24

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

और पढ़ें

जवाई पुलिया हुआ खोखला, शिवगंज सुमेरपुर के बीच आवागमन हुआ प्रभावित – पूर्व विधायक संयम लोढ़ा ने शीघ्र मरम्मत की उठाई मांग – लोढ़ा ने कहा,यह सरकार का निकम्मापन की स्वीकृति के डेढ़ साल बाद भी पूल का निर्माण नहीं शिवगंज। जवाई बांध से छोड़े गए प्रचुर मात्रा में पानी के कारण जवाई पुलिया की स्थिति गंभीर हो गई है। इसका अवलोकन करने के लिए सोमवार को पूर्व विधायक संयम लोढ़ा कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ जवाई पुलिया पहुंचे। उन्होंने पुलिया का निरीक्षण किया और उसके बाद सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारियों से फोन पर बात कर वस्तुस्थिति से अवगत करवाया। मीडिया से बातचीत में संयम लोढ़ा ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह पूर्णतः निकम्मापन है। वर्ष 2024 में जवाई पूल के निर्माण की स्वीकृति हो गई थी, लेकिन डेढ़ साल बीतने के बावजूद आज तक निर्माण कार्य नहीं शुरू किया गया। उन्होंने बताया कि अब बांध से पानी छोड़ने के कारण पुलिया के अंदर की संरचना पूरी तरह खोखली हो चुकी है। नुकसान का सही आकलन तो पानी के बंद होने के बाद ही संभव होगा। उन्होंने कहा कि प्रशासन ने रविवार को दावा किया था कि दो दिन में पुलिया से आवागमन शुरू कर दिया जाएगा, लेकिन पुलिया की वर्तमान स्थिति देखकर ऐसा सम्भव नहीं लगता। जवाई बांध में अभी भी भारी पानी की आवक बनी हुई है, जिससे कई दिनों तक निकासी जारी रहेगी और नदी में पानी का तेज बहाव बना रहेगा। पुलिया डेमेज होने के कारण आम नागरिकों को शिवगंज से सुमेरपुर पहुंचने में आधा घंटा अतिरिक्त समय लग रहा है। पूर्व विधायक लोढ़ा ने पीडब्ल्यूडी विभाग से सर्वोच्च प्राथमिकता पर कार्य शुरू करने की अपील की। उन्होंने कहा कि पुलिया के खंबे भी टूट चुके हैं, जिसका आकलन कर युद्ध स्तर पर मरम्मत कार्य शुरू किया जाए, ताकि आमजन को इस कठिनाई का सामना लंबे समय तक न करना पड़े। संयम लोढ़ा ने यह भी सुझाव दिया कि पुल के निर्माण को चौड़ा करने का निर्णय लिया गया है, इसलिए रिवर फ्रंट साइड को नुकसान न पहुंचाते हुए रपट वाली साइड में पूल को 4 मीटर तक बढ़ाया जाए। उन्होंने कहा कि यह रिवर फ्रंट शिवगंज-सुमेरपुर के लोगों के लिए एक प्रिय जगह बन चुकी है, अतः इसका सौंदर्य एवं उपयोगिता दोनों बरकरार रखी जाए।

जवाई पुलिया हुआ खोखला, शिवगंज सुमेरपुर के बीच आवागमन हुआ प्रभावित – पूर्व विधायक संयम लोढ़ा ने शीघ्र मरम्मत की उठाई मांग – लोढ़ा ने कहा,यह सरकार का निकम्मापन की स्वीकृति के डेढ़ साल बाद भी पूल का निर्माण नहीं शिवगंज। जवाई बांध से छोड़े गए प्रचुर मात्रा में पानी के कारण जवाई पुलिया की स्थिति गंभीर हो गई है। इसका अवलोकन करने के लिए सोमवार को पूर्व विधायक संयम लोढ़ा कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ जवाई पुलिया पहुंचे। उन्होंने पुलिया का निरीक्षण किया और उसके बाद सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारियों से फोन पर बात कर वस्तुस्थिति से अवगत करवाया। मीडिया से बातचीत में संयम लोढ़ा ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह पूर्णतः निकम्मापन है। वर्ष 2024 में जवाई पूल के निर्माण की स्वीकृति हो गई थी, लेकिन डेढ़ साल बीतने के बावजूद आज तक निर्माण कार्य नहीं शुरू किया गया। उन्होंने बताया कि अब बांध से पानी छोड़ने के कारण पुलिया के अंदर की संरचना पूरी तरह खोखली हो चुकी है। नुकसान का सही आकलन तो पानी के बंद होने के बाद ही संभव होगा। उन्होंने कहा कि प्रशासन ने रविवार को दावा किया था कि दो दिन में पुलिया से आवागमन शुरू कर दिया जाएगा, लेकिन पुलिया की वर्तमान स्थिति देखकर ऐसा सम्भव नहीं लगता। जवाई बांध में अभी भी भारी पानी की आवक बनी हुई है, जिससे कई दिनों तक निकासी जारी रहेगी और नदी में पानी का तेज बहाव बना रहेगा। पुलिया डेमेज होने के कारण आम नागरिकों को शिवगंज से सुमेरपुर पहुंचने में आधा घंटा अतिरिक्त समय लग रहा है। पूर्व विधायक लोढ़ा ने पीडब्ल्यूडी विभाग से सर्वोच्च प्राथमिकता पर कार्य शुरू करने की अपील की। उन्होंने कहा कि पुलिया के खंबे भी टूट चुके हैं, जिसका आकलन कर युद्ध स्तर पर मरम्मत कार्य शुरू किया जाए, ताकि आमजन को इस कठिनाई का सामना लंबे समय तक न करना पड़े। संयम लोढ़ा ने यह भी सुझाव दिया कि पुल के निर्माण को चौड़ा करने का निर्णय लिया गया है, इसलिए रिवर फ्रंट साइड को नुकसान न पहुंचाते हुए रपट वाली साइड में पूल को 4 मीटर तक बढ़ाया जाए। उन्होंने कहा कि यह रिवर फ्रंट शिवगंज-सुमेरपुर के लोगों के लिए एक प्रिय जगह बन चुकी है, अतः इसका सौंदर्य एवं उपयोगिता दोनों बरकरार रखी जाए।