केराल में बड़ा हादसा टला, पर कई सवाल अब भी गहरे पानी में डूबें
शिवगंज- रोवाडा क्षेत्र के ग्राम केराल में सोमवार को एक गंभीर लापरवाही का मामला सामने आया जब एक निजी स्कूल बस को बहते हुए नदी के पानी में उतार दिया गया। बस में हिल ग्रोवर स्कूल के छात्र और केयर टेकर मौजूद थे। गनीमत रही कि ग्रामीणों की सूझबूझ के चलते समय रहते बड़ा हादसा टल गया। जवाई नदी की रपट पर तेज बहाव के कारण फंसी स्कूली बस कों पहले ट्रैक्टर के माध्यम से निकलने का प्रयास किया गया जो सफल रहा उसके बाद क्रेन की सहायता से बस को बाहर निकाला गया। जिला कलेक्टर अल्पा चौधरी के निर्देश पर उपखंड अधिकारी नीरज मिश्र स्वयं मौके पर पहुंचे और कैलाशनगर थाना प्रभारी से घटना की पूरी जानकारी ली। जांच में सामने आया कि बस चालक लक्ष्मण राम पुत्र खसाजी मेघवाल, निवासी बांकली (थाना सुमेरपुर), ने घोर लापरवाही बरतते हुए मानव जीवन को संकट में डाला। पुलिस ने चालक के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता 2023 की धारा 281 और 125 के तहत मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है और बस को सीज कर दिया गया है। प्रशासन की त्वरित कार्रवाई से राहत तो मिली है, लेकिन इस घटना ने निजी शिक्षा संस्थानों की सुरक्षा व्यवस्था और ज़िम्मेदारी को लेकर एक बार फिर गंभीर बहस छेड़ दी है।


कठघरे में स्कूल प्रबंधन और पुलिस प्रशासन
घटना के बाद अभिभावकों और आमजन में रोष है। लोगों ने पूछा जब नदी में बहाव तेज था, तो स्कूल ने बच्चों को भेजने की अनुमति क्यों दी। क्या प्रशासन और स्कूल ने पहले से मौसमी अलर्ट की जानकारी नहीं ली। क्या बस को बिना निगरानी इस खतरनाक मार्ग पर जाने दिया गया। पुलिस की गश्त और निगरानी कहाँ थी, जब यह बस खुलेआम नियमों को ताक पर रखकर आगे बढ़ी।
