सनातन धर्म संस्कृति हिन्दूस्तान की आत्मा है- संयम लोढ
सरगरा समाज 27 गांव परगरा के वार्षिक सम्मेलन आयोजित
संयम लोढा ने साधु संतो का लिया आशीर्वाद, समाज के लोगो से की मुलाकात

सिरोही।पूर्व मुख्यमंत्री सलाहकार संयम लोढा ने कहां कि सनातन धर्म संस्कृति हिन्दूस्तान की आत्मा है। सनातन धर्म का राष्ट्रीय एकता को मजबूत करने में अत्यन्त महत्वपूर्ण योगदान है। धार्मिक सेवा करने का सौभाग्य हर किसी व्यक्ति को नही मिलता है। मन में प्रेम का भाव होना जरूरी है। मनुष्य कितना भी बडा बन जाए उसे सनातन धर्म संस्$कृति को नही भूलना चाहिए। हमारे महापुरूषों ने सनातन धर्म संस्कृति को आगे बढाने का कार्य किया है और हम सभी को भी मिलकर सनातन धर्म के मूल्यों की रक्षा करनी है। लोढा पाडीव में विष्णु भगवान व राजा बली मंदिर में सरगरा समाज 27 गांव परगरा के वार्षिक सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।

पूर्व विधायक संयम लोढा ने कहां कि हमारा कर्म ही हमारा भविष्य निर्धारित करेगा। हमारे सामने ऐसे अनगिनत उदाहरण मौजूद है। जब लोगो ने विपरित परिस्थतियों में जन्म लिया और अपने पुरूषार्थ व कर्म के बल पर उन ऊंचाईयों को स्पर्श किया जिनके बारे में कोई कल्पना नही कर सकता है।साधारण परिस्थतियों में पल बढकर सम्पूर्ण मानव जाति के लिए लोग रोशनी बन गये है। व्यक्ति को अपने जन्म के आधार पर अपने मन में कोई कमजोरी को नही पालना चाहिए और न ही कोई चमत्कार की उम्मीद रखनी चाहिए।
लोढा ने कहां कि नाम, घर, पद, प्रतिष्ठा, सम्पत्ति सभी हमे समाज ने दिया है। हमे अपनी कमाई में कुछ पैसा समाज के विकास के लिए खर्च करना चाहिए। समाज की सेवा करने का भाव सभी में होना चाहिए। मन में कमजोरी नही लानी चाहिए, मन को मजबूत रखना चाहिए। बाबा साहब ने हमेशा विपरित परिस्थतियों में अपने आपको खडा किया और देश के लिए एक मिशाल बन गये। सभी के लिए एक रोशनी बन गये। लोढा ने कहां कि सरगरा समाज ने जब भी मुझे कोई भी कार्य बताया, मैने प्राथमिकता रूप से उस कार्य को पूरा किया है। समाज के हर काम में खडा हूं और आगे भी खडा रहूंगा। इस अवसर पर पूर्व विधायक लोढा ने मौजूद साधु संतो का आशीर्वाद लिया एवं सभी को वार्षिक सम्मेलन की शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर समाज राष्ट्रीय अध्यक्ष बाबूलाल आर्य, सरगरा समाज राष्ट्रीय युवा अध्यक्ष आनंद पडिया, 27 गांव सरगरा समाज अध्यक्ष शिवकुमार सरगरा, 27 गांवो के पंच, साधु संत, पाडीव सरपंच देशाराम मेघवाल ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। कार्यक्रम में बाबुराम डोडूआ, दिनेश कुमार जामोतरा, बाबूलाल बरलूट, गोविंद भाई भूतगांव, पुनाराम पाड़िव, जवानाराम रामपुरा, सूरताराम गोयली, थानाराम गोयली, धन्नाराम गोयली, भगवानाराम रामपुरा, लक्ष्मण कुमार, कांतिलाल मनोरा, शिवकुमार सिरोही सहित बड़ी संख्या में समाज के लोग मौजूद थे।
