लोढा ने चोटिला में आयोजित वाल्मिकी ऋषि मंदिर की प्रतिष्ठा कार्यक्रम में लिया भाग

शिवगंज । पूर्व मुख्यमंत्री सलाहकार संयम लोढा ने कहां कि भील समाज की एक भी बालिका छात्रावास में अध्ययन नही कर रही है, डूंगरपुर-बांसवाडा की बालिकाएं दूर से आकर छात्रावास में रहकर अपनी शिक्षा पूरी कर रही है लेकिन हमारे जिले की एक भी भील समाज की बालिका छात्रावास में रहकर शिक्षा ग्रहण नही कर रही है। यह हमारे लिए सोचने का विषय है। सरकार पूरा खर्चा पढाई व रहने का कर रही है लेकिन इसके बाद भी समाज में बालिका शिक्षा से नही जुड रही है। आप सभी से आग्रह है कि बालिकाओ को शिक्षा से जोडे, उन्हे आत्म निर्भर बनाए, बिना बालिका शिक्षा के तरक्की का कोई रास्ता नही है। लोढा चोटिला में आयोजित भील समाज सोलह गांव परगना के वाल्मीकि ऋषि मंदिर प्रतिष्ठा के कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।

संयम लोढा ने कहां कि वाल्मिकी ऋषि को पूरी दूनिया पूजती है। रामनारायण रचियता रहे है। भगवान राम जब वनवास में गये तो भगवान राम को कोई नुकसान न हो इसलिए सबरी माता ने एक एक फल चखकर भगवान राम को खिलाए। राणा पूंजा भील की बहादुरी और शौर्य से समाज व पूरी 36 कौम को प्रेरणा लेनी चाहिए। अभी भील समाज में जागरूकता का अभाव है। हमे जागरूक होकर बालिका शिक्षा को बढावा देना चाहिए, भील समाज की बालिकाएं शिक्षा के प्रति जागरूक नही है। अगर हम शिक्षा से नही जुडेगे तो हम कभी आगे नही बढ सकते है। आज के समय में यदि हमे अपने समाज, परिवार का नाम रोशन करना है तो हमे शिक्षा ग्रहण करनी पडेगी।भील समाज छात्रावास के लिए सिरोही में जमीन दिलाई, रेवदर में भी छात्रावास की जमीन दिलाई लेकिन इन सभी का महत्व तभी सफल होगा जब हमारे समाज की बालिकाएं शिक्षा से जुडेगी, उस छात्रावास में अध्ययन करेगी।समाज के प्रत्येक कार्य के लिए मै हमेशा खडा हूं और खडा रहूंगा। इस अवसर पर नगर अध्यक्ष हड़मत सिह मेडतिया, पनाराम चौहान मंडल अध्यक्ष पालड़ी एम, बाबुलाल जाडोली, मदन खंडरा, देशाराम चोटिला, विरमाराम चुली, कपूर जी, कानाराम, रूपाराम,रामाराम, शांता राम टिकमाराम, पिराराम, भावआराम, तलसाराम, सोमाराम, कमुआ राम, थानाराम, व साधू संतो के साथ कार्यक्रम मे उपस्थित रहे।
