सिरोही। आत्मा योजनान्तर्गत रबी फसलों की बुआई पूर्व कृषकों को रबी फसलों की तकनीकी जानकारी उपलब्ध करवाने हेतु किसान गोष्ठी का आयोजन सोमवार को अमरनाथ महादेव मंदीर, भैसासिंह पंचायत समिति आबूरोड में आयोजित किया गया। जिसमें आबूरोड पंचायत समिति क्षेत्र के अनुसूचित जनजाति श्रेणी के 100 कृषकों को कृषि, उद्यान अधिकारियों द्वारा विभिन्न योजनाओं सहित जलवायु अनुकूल खेती, प्राकृतिक खेती, मृदा स्वास्थय कार्ड की सिफारीशों के आधार पर उर्वरकों का संतुलित उपयोग, एकीकृत पोषक तत्व प्रबन्धन एवं एकीकृत कीट प्रबन्धन की जानकारी दी गई। आबूरोड पंचायत समिति के 100 जनजाति कृषकों को अमरनाथ महादेव मंदीर, भैसासिंह पर कृषि एवं सहकारिता विभाग के अधिकारीयों सहित एवं सी.एम.एफ. संस्था के आदित्य कुमार द्वारा विभिन्न योजनाओं की तकनीकी जानकारी उपलब्ध करवाई गई। उप निदेशक कृषि एवं पदेन् परियोजना निदेशक आत्मा द्वारा कृषि संसाधनों के कुशलतम उपयोग को बढाकर नवीनतम तकनिकी के समावेश से कृषको ंकी आय में वृद्धि करने हेतु सौलर पम्प संयंत्र, बूंद-बूंद सिंचाई संयंत्र, वर्मी कम्पोस्ट इकाई स्थापना एवं उन्नत आदानों को उपयोग करने की जानकारी दी गई। कृषि अनुसंधान अधिकारी डाॅ. जितेन्द्र सिंह राठौड ने गेहुं, चना एवं सरसों की फसल की वैज्ञानिक खेती की जानकारी देते हुए कृषि विभाग की योजनाओं लाभ उठाने की जानकारी दी। मावल ग्राम सेवा सहकारी समिति के व्यवस्थापक चूनाराम ने डीएपी के स्थान पर एसएसपी एवं यूरिया संयोजन के उपयोग की सलाह दी। कार्यक्रम में सीएमएफ संस्था के नन्दलाल एण्ड पार्टी ने नुकड नाटक के माध्यम से रसायनिक उर्वरकों के दुष्प्रभाव, जल प्रबन्धन तथा खेती में जीवामृत के उपयोग का सजीव प्रदर्शन किया। बी.टी.टी. संयोजक एवं सहायक कृषि अधिकारी विभा सक्सेना ने कृषकों की स्थानीय समस्याओं का समाधान किया। फसल बिमा कम्पनी के प्रतिनिधि एवं कृषि पर्यवेक्षक राकेश गरासिया ने फसल बीमा से संबंधित जानकारी दी। उप परियोजना निदेशक आत्मा वीराराम मीणा ने आत्मा योजनाओं की गतिविधियों की जानकारी देते हुए कार्यक्रम का संचालन किया।
