
- वन कर्मियों के भरोसे रेस्क्यू की जिम्मेदारी छोड़ी, डीएफओ भी नहीं पहुंची शिवगंज
- वन विभाग के एसीएफ मीडिया कर्मियों के सवालों का दे रहे बेतुके जवाब
शिवगंज। एक तरफ तो शिवगंज के लोग पैंथर के मुवमेंट को लेकर पिछले चौबीस घंटे से दहशत के साये में जी रहे है,तो दूसरी तरफ वन विभाग के अधिकारी रेस्क्यू को लेकर संजीदा नजर नहीं आ रहे है। हालात यह है कि पैंथर मुवमेंट की पुष्टी के बावजूद डीएफओ अभी तक शिवगंज नहीं पहुंची है। दूसरी तरफ एसीएफ जगदीश कुमार ने खानापूर्ति के लिए कुछ देर अपनी मौजूदगी दर्शा सिरोही के लिए प्रस्थान कर गए। अब वे मीडिया कर्मियों के सवालों का युक्तियुक्त जवाब देने के बजाय बेतुके जवाब दे रहे है।

गौरतलब है कि गुरुवार की रात को जवाई लेपर्ड क्षेत्र से एक पैंथर विचरण करता हुआ शिवगंज में प्रवेश कर गया। पहली बार यह पैंथर रोहिडा वास मेंं देखा गया। उसे सबसे पहले वहां रात्रि गश्त कर रहे होमगार्ड सकाराम ने देखा तो पहले तो वह भी घबरा गया। लेकिन उसने हिम्मत बनाए रखी। इसी बीच यह पैंथर सारणेश्वर महादेव मंदिर के पीछे बाडे में चला गया। इसके बाद होमगार्ड ने आसपास के लोगों को उठाकर इसकी जानकारी दी। पैंथर के आने की जानकारी मिलने के बाद वहां भारी संख्या में लोग इकठ्ठा हो गए। इस वजह से पैंथर एक जाव में जाकर बैठ गया। रात भर पुलिस और वन विभाग के लोग उस पर नजर बनाए हुए थे। लेकिन सुबह होते होते वह वहां से गायब हो गया। पैंथर का मुवमेंट सीसीटीवी में भी रिकॉर्ड हो जाने के बाद इसकी पुष्टी भी हो गई। शुक्रवार को दिन भर पैंथर के श्रीजी कॉलोनी व राणावत कॉलोनी के बीच होने की जानकारी मिली।

पैंथर के विचरण की जानकारी मिलने के बाद लोगों में भी दहशत फैल गई। इस बीच प्रशासन ने भी लोगों से सतर्क रहने की अपील की। विडम्बना रही कि इतना कुछ होने के बाद भी वन विभाग का कोई बडा अधिकारी वहां नहीं दिखाई दिया। केवल वन कर्मियों के भरोसे पैंथर के रेस्क्यू की जिम्मेदारी छोड वे सिरोही में आराम फरमाते रहे। हालाकि सिरोही में डीएफओ तथा एसीएफ दोनों बडे अधिकारी बैठते है। हालाकि एसीएफ कुछ देर के लिए शिवगंज आए थे, लेकिन वो कुछ देर में खानापूर्ति कर लौट गए।
इस मामले को लेकर जब मीडियाकर्मियों ने फोन पर उनसे शिवगंज में अधिकारियों के नहीं होने को लेकर सवाल पुछे तो वे बैतुके जवाब देते नजर आए। वन विभाग के एसीएफ जगदीश विश्रोई से जब यह पुछा गया कि लोग दहशत में है और आप रेस्क्यू को लेकर संजीदा नजर नहीं आ रहे हो तो उनका कहना था कि यदि दहशत हो तो खुद ही रेस्क्यू कर लो। उनका कहना था कि लोगों की सुरक्षा की जिम्मेदारी हमारी नहीं प्रशासन की है। हमारी टीम वहां काम कर रही है। मामले को लेकर वन अधिकारियों की बेरुखी से लोगों में खासी नाराजगी है। इतना ही नहीं डीएफओ के सिरोही में होते हुए भी उनके शिवगंज नहीं आने ओर टीम को लीड नहीं करने से लोग खासे नाराज है।
