कृष्णावती नदी को बचाने के लिए अपनी जान भी देनी पड़े तो मैं तैयार हूं – संयम लोढ़ा

👇समाचार सुनने के लिए यहां क्लिक करें

जवाल। पूर्व मुख्यमंत्री सलाहकार संयम लोढ़ा ने कहा कि कृष्णावती नदी को बचाने के लिए अपनी जान भी देनी पड़े तो मैं तैयार हूं। एक दिन मरना तो है ही, लेकिन यदि नदी के खातिर मरेंगे तो ऊपर भी सही स्थान मिलेगा। उन्होंने कहा कि कल से आमरण अनशन शुरू करे और यदि 22 गांव इजाजत दे तो सबसे पहले अनशन पर मैं बैठूंगा और यदि आप लोग यह कहे कि दूसरे लोग बैठेंगे तो जब भी गांववासियों का आदेश होगा तो मैं नदी को बचाने के लिए आमरण अनशन पर बैठूंगा। पूर्व विधायक संयम लोढ़ा कृष्णावती नदी जावाल सिरोही में लीज धारक द्वारा किए जा रहे अंधाधुंध खनन के विरोध में 22 गांवों के नागरिकों की ओर से दिए जा रहे धरने को संबोधित कर रहे थें।

संयम लोढ़ा ने कहा कि अभी कुछ लोग राज के अहंकार में डूबे हुए हैं, बजरी माफिया के सांठ गांठ कर रहे है। झूठा मुकदमा करना, लोगों का उत्पीड़न करना वर्दी का रूप बताकर जनता को डराना इनका सिर्फ यही कार्य रह गया है। सिरोही का प्रशासन इनके हाथ में है।

लोढ़ा ने कहां कि जनता के हाथ में बहुत बड़ी ताकत होती है यदि यह 22 गांव के लोग अभी ऐलान कर दे कि हम कल जिला कलेक्टर का घेराव करेंगे तो जिला प्रशासन क्या मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को भी जावाल की जनता की बात को सुनना पड़ेगा। हमें मन में कोई कमजोरी नहीं रखती है, कौन से रास्ते पर जाकर लड़ाई लड़नी है यह आप लोग तय करो, हम तन मन धन से आपके साथ हैं। 22 गांव के लोगों की इस लड़ाई में मैं साथ हूं और हमेशा रहूंगा।

लोढ़ा ने कहा कि यदि राज के रास्ते से कोई पार नहीं पड़ रही है, आपकी समस्या का समाधान नहीं हो रहा है। लड़ाई के दो ही रास्ते हैं या तो मुख्यमंत्री से मिलकर समस्या का समाधान हो या फिर आंदोलन का रास्ता तय किया जाए।

लोढ़ा ने कहा कि जो यह लीज धारक पैसों से सक्षम हैसी गुंडागर्दी करते हैं, ताकतवर हैं इसलिए लड़ाई बहुत हिम्मत और प्रतिबद्धता के लड़नी पड़ेगी और आंदोलन को अधिक परिपक्व करना पड़ेगा।

Rajasthan Tv 24
Author: Rajasthan Tv 24

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

और पढ़ें

जवाई पुलिया हुआ खोखला, शिवगंज सुमेरपुर के बीच आवागमन हुआ प्रभावित – पूर्व विधायक संयम लोढ़ा ने शीघ्र मरम्मत की उठाई मांग – लोढ़ा ने कहा,यह सरकार का निकम्मापन की स्वीकृति के डेढ़ साल बाद भी पूल का निर्माण नहीं शिवगंज। जवाई बांध से छोड़े गए प्रचुर मात्रा में पानी के कारण जवाई पुलिया की स्थिति गंभीर हो गई है। इसका अवलोकन करने के लिए सोमवार को पूर्व विधायक संयम लोढ़ा कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ जवाई पुलिया पहुंचे। उन्होंने पुलिया का निरीक्षण किया और उसके बाद सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारियों से फोन पर बात कर वस्तुस्थिति से अवगत करवाया। मीडिया से बातचीत में संयम लोढ़ा ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह पूर्णतः निकम्मापन है। वर्ष 2024 में जवाई पूल के निर्माण की स्वीकृति हो गई थी, लेकिन डेढ़ साल बीतने के बावजूद आज तक निर्माण कार्य नहीं शुरू किया गया। उन्होंने बताया कि अब बांध से पानी छोड़ने के कारण पुलिया के अंदर की संरचना पूरी तरह खोखली हो चुकी है। नुकसान का सही आकलन तो पानी के बंद होने के बाद ही संभव होगा। उन्होंने कहा कि प्रशासन ने रविवार को दावा किया था कि दो दिन में पुलिया से आवागमन शुरू कर दिया जाएगा, लेकिन पुलिया की वर्तमान स्थिति देखकर ऐसा सम्भव नहीं लगता। जवाई बांध में अभी भी भारी पानी की आवक बनी हुई है, जिससे कई दिनों तक निकासी जारी रहेगी और नदी में पानी का तेज बहाव बना रहेगा। पुलिया डेमेज होने के कारण आम नागरिकों को शिवगंज से सुमेरपुर पहुंचने में आधा घंटा अतिरिक्त समय लग रहा है। पूर्व विधायक लोढ़ा ने पीडब्ल्यूडी विभाग से सर्वोच्च प्राथमिकता पर कार्य शुरू करने की अपील की। उन्होंने कहा कि पुलिया के खंबे भी टूट चुके हैं, जिसका आकलन कर युद्ध स्तर पर मरम्मत कार्य शुरू किया जाए, ताकि आमजन को इस कठिनाई का सामना लंबे समय तक न करना पड़े। संयम लोढ़ा ने यह भी सुझाव दिया कि पुल के निर्माण को चौड़ा करने का निर्णय लिया गया है, इसलिए रिवर फ्रंट साइड को नुकसान न पहुंचाते हुए रपट वाली साइड में पूल को 4 मीटर तक बढ़ाया जाए। उन्होंने कहा कि यह रिवर फ्रंट शिवगंज-सुमेरपुर के लोगों के लिए एक प्रिय जगह बन चुकी है, अतः इसका सौंदर्य एवं उपयोगिता दोनों बरकरार रखी जाए।

Buzz4 Ai

जवाई पुलिया हुआ खोखला, शिवगंज सुमेरपुर के बीच आवागमन हुआ प्रभावित – पूर्व विधायक संयम लोढ़ा ने शीघ्र मरम्मत की उठाई मांग – लोढ़ा ने कहा,यह सरकार का निकम्मापन की स्वीकृति के डेढ़ साल बाद भी पूल का निर्माण नहीं शिवगंज। जवाई बांध से छोड़े गए प्रचुर मात्रा में पानी के कारण जवाई पुलिया की स्थिति गंभीर हो गई है। इसका अवलोकन करने के लिए सोमवार को पूर्व विधायक संयम लोढ़ा कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ जवाई पुलिया पहुंचे। उन्होंने पुलिया का निरीक्षण किया और उसके बाद सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारियों से फोन पर बात कर वस्तुस्थिति से अवगत करवाया। मीडिया से बातचीत में संयम लोढ़ा ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह पूर्णतः निकम्मापन है। वर्ष 2024 में जवाई पूल के निर्माण की स्वीकृति हो गई थी, लेकिन डेढ़ साल बीतने के बावजूद आज तक निर्माण कार्य नहीं शुरू किया गया। उन्होंने बताया कि अब बांध से पानी छोड़ने के कारण पुलिया के अंदर की संरचना पूरी तरह खोखली हो चुकी है। नुकसान का सही आकलन तो पानी के बंद होने के बाद ही संभव होगा। उन्होंने कहा कि प्रशासन ने रविवार को दावा किया था कि दो दिन में पुलिया से आवागमन शुरू कर दिया जाएगा, लेकिन पुलिया की वर्तमान स्थिति देखकर ऐसा सम्भव नहीं लगता। जवाई बांध में अभी भी भारी पानी की आवक बनी हुई है, जिससे कई दिनों तक निकासी जारी रहेगी और नदी में पानी का तेज बहाव बना रहेगा। पुलिया डेमेज होने के कारण आम नागरिकों को शिवगंज से सुमेरपुर पहुंचने में आधा घंटा अतिरिक्त समय लग रहा है। पूर्व विधायक लोढ़ा ने पीडब्ल्यूडी विभाग से सर्वोच्च प्राथमिकता पर कार्य शुरू करने की अपील की। उन्होंने कहा कि पुलिया के खंबे भी टूट चुके हैं, जिसका आकलन कर युद्ध स्तर पर मरम्मत कार्य शुरू किया जाए, ताकि आमजन को इस कठिनाई का सामना लंबे समय तक न करना पड़े। संयम लोढ़ा ने यह भी सुझाव दिया कि पुल के निर्माण को चौड़ा करने का निर्णय लिया गया है, इसलिए रिवर फ्रंट साइड को नुकसान न पहुंचाते हुए रपट वाली साइड में पूल को 4 मीटर तक बढ़ाया जाए। उन्होंने कहा कि यह रिवर फ्रंट शिवगंज-सुमेरपुर के लोगों के लिए एक प्रिय जगह बन चुकी है, अतः इसका सौंदर्य एवं उपयोगिता दोनों बरकरार रखी जाए।