सुमेरपुर। राजकीय आदेशों की धज्जियां उड़ाते हुए सुमेरपुर में प्राइवेट हॉस्पिटल, क्लीनिक, लेबोरेटरी जांच, (लैब), झोलाछाप डॉक्टर के क्लीनिक खुले आम धड़ले से चल रहे हैं सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जवांई बांध रोड और सुमेरपुर से शिवगंज जाने वाले पुराने रास्ते पर अस्पतालों का हब गया है एवं अस्पतालों की बाढ़ सी लग गई है क्योंकि इन क्लिनीकों में कार्य करने वाले बिना योग्यता के या फर्जी डिग्री लेकर अपने सेवाएं देने को मिल जाते हैं।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इन प्राइवेट हॉस्पिटल व क्लिनिकों में न तो पॉल्यूशन पर्यावरण विभाग का अनुज्ञा पत्र है और ना ही बायो वेस्ट का…..?
मरीज के साथ खुली खिलवाड़ के साथ लूट मचा रखी है।
सूत्रों से यह भी जानकारी मिली हे कि इन क्लिनिकों में फर्जी डिग्री लिए हुए कंपाउंडर, लैब बाय, व सरकारी डॉक्टर अपनी सेवाएं दे रहे हैं जबकि सरकारी डॉक्टर सरकार से नॉन प्रैक्टिस अलाउंस (एनपीए) उठा रहे हैं साथ ही सरकार का यह भी आदेश है की यदि सरकारी डॉक्टर अपने घर पर मरीज को देखा है तो उनसे परामर्श शुल्क नहीं लिया जायेगा परंतु क्लीनिक में डॉक्टर गरीब अनजान जनता को फिश के नाम पर लूट रहे हैं और न हींअपना क्लीनिक खोलने की अनुमति देता है। घर पर सिर्फ प्रामर्श देकर उसको मेडिसिन लिख सकते हैं एवं सरकारी डॉक्टरअपना मुख्यालय छोड़कर अन्य स्थानों पर सिरोही, बाली अन्य जगहों पर भी मेडिकल स्टोर पर बैठकर अपनी प्रेक्टिस कर सरकार को धोखा दे रहे हैं,जबकि अपना मुख्य आवास छोड़ने के लिए सीएमएचओ से अनुमति लेनी पड़ती है।
राजस्थान मेडिकल काउंसिल ( RMC ) के अंतर्गत रजिस्टर्ड अस्पताल में फीस, कर्मचारियों की योग्यता, पीएफ, इपीएफ रजिस्टर, आदि इस अधिनियम के प्रयोजनों के लिए धारा 33 के तहत सरकार द्वारा बनाए जा सकने वाले नियमों के अनुसार लागू होने चाहिए । इन क्लीनिक अस्पतालों में कई बड़ी-बड़ी मशीनें, लेबोरेटरी जांच मशीनें, एक्स-रे मशीन,लेजर मशीनें,स्किन केयर की बड़ी मशीनरी,सिटीस्क्रीन,सोनोग्राफी मशीनें लगी हुई है।
