
करोड़ों की जमीन हजारों में खांचा भूमि आवंटित करने पर मोहल्ले वासियों में आक्रोश
कार्रवाई करने और खांचा भूमि निरस्त करने को लेकर एसडीएम को सौंपा ज्ञापन

सुमेरपुर । स्थित हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी वासियों ने खांचा भूमि आवंटित करने को लेकर सोमवार को उपखंड अधिकारी को ज्ञापन दिया। ज्ञापन में कहा कि आबादी भुमि EWS कॉलोनी में नगर पालिका
द्वारा नियमानुसार क्वाटर आवंटित किये गये थे। उक्त क्वाटर सं.126 मूल आवंटित मीरा देवी पत्नि गणेशराम चौधरी द्वारा खरीद किया हुआ है। क्वाटर के पास मे 14×49 फीट का भुखण्ड खाली पडा है, जिसकी कीमत करोड़ों की है।
उन्होंने दिए गए ज्ञापन में बताया कि क्वाटर सं.126 की मालिक मीरा देवी व उसके पति गणेशराम चौधरी ने उक्त क्वाटर के पास खाली पडी नगर पालिका की बेशकीमती जमीन को हडप करने की
बदनियति से खाली पडी पालिका की
भुमि सामान डालना शुरु कर अतिक्रमण कर दिया। जिस पर

कॉलोनी के रहवासीयो व आम जनता द्वारा आपत्ति विरोध दर्ज कराने उक्त अतिक्रमण को हटाने बाबत नगर पालिका चैयरमैन व ईओ को आवेदन पेश किया था। ऊक्त मामले में
तत्कालीन चैयरमैन सुभाष अग्रवाल ने पालिका की बैठक में प्रस्ताव लेकर खाली पडी
भुमि से अतिक्रमण हटाकर आंगनवाडी केन्द्र हेतु आरक्षित किया। मोहल्ले वासियो ने कहा कि वहां पर नगर पालिका की सम्पति का बोर्ड लगा कर चारो तरफ तारबंदी करवाई थी। नगर पालिका ने उक्त जमीन पर आंगनवाडी केन्द्र निर्माण हेतु वर्क ऑर्डर भी जारी कर
दिया। लेकिन कारण वश आंगनवाडी का कार्य प्रारम्भ नही हो सका। इसका
गलत व नाजायज फायदा उठाते हुए मीरा देवी व गणेशराम चौधरी ने धीरे धीरे खाली भुमि पर पुनः अपना सामान रख कब्जा करना शुरु कर दिया। इस पर कॉलोनी के व्यक्तियो ने आवेदन पेश कर हालात से रुबरु करवाया व अतिक्रण हटाने तथा करोड़ों की जमीन को मुक्त कराने के लिए प्रशासन से मांग की।
वही पार्षद छोटुसिह चारण को
हटाने हेतु कस्बे वासियों ने निवेदन किया,जिस पर चारण ने अपने लेटर पेड पर लिखित मे
पालिका को अवगत कराया।
खांचा भूमि आवंटित मामला चर्चा का विषय बना
पालिका की जमीन का मामला इन दिनों जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है। बेशकीमती करोड़ो की जमीन अपने चेहतो को आवंटित किए जाने पर कस्बे वासियों में आक्रोश व्याप्त हैं। हाउसिंग बोर्ड में स्थित भूखंड मात्र 96,000 हजार में खांचा भूमि आवंटित करने पर कई सवाल उठ रहे हैं। पूर्व पालिका बोर्ड ने इस कीमती जमीन को बचाने के साथ आंगनवाड़ी भवन बनाने हेतु प्रयास किया। लेकिन वर्तमान पालिका बोर्ड ने सांठगांठ कर कोडियो के दाम में आवंटित किया। जिस पर भूमाफियाओं का कब्जा आज भी कायम है।
मोहल्ले वासियों ने अतिक्रमण हटाने की मांग
ज्ञापन के माध्यम से एसडीएम को अवगत कराते हुए कहा कि
किरायेदार ने खाली पडी भुमि पर नाजायज रुप से अतिक्रमण कर सामान डाल कर कब्जा कर रखा है। पालिका के निर्वतान ईओ ने उक्त 14×49 फीट
की खाली पडी भुमि को 96,000/- अक्षरे छिन्नु हजार रुपये में मीरा देवी को आवंटन करने
के आदेश जारी करते हुए राशि भी जमा करा दी । कस्बे वासियों ने पालिका के ऊपरआरोप लगाते हुए कहा कि
पालिका ने आपत्ति
जारी कर खाना पूर्ति कर दी। इस प्रकार पालिका निवर्तमान ईओ ने एक
बहुत बडा भुखण्ड मात्र 96 हजार रुपये मे खांचा भुमि की राशि जमा कर दी जो कि गैर
कानुनी बताया है। नियमो के अनुसार 2.5 फीट खांचा भुमि के रुप मे
आवंटित किये जाने का प्रावधान है। वर्तमान समय में भी खाली पड़े भुखण्ड पर मीरादेवी व गणेशराम चौधरी व
उसके किरायेदार द्वारा आरसीसी का सामान डाल कर अतिक्रमण कर रखा है,उक्त अतिक्रमण को हटाया जाना आवश्यक है।
साथ ही नगर पालिका के निवर्तमान
ईओ द्वारा अनुचित तरीके से नियमों के विपरीत जाकर मात्र 96 हजार रुपये में
लाखो रुपयों की सम्पति को औने पौने दाम मे खाचां भुमि आवंटन करने के आदेश
जारी करने का आरोप लगाया है। आदेश को निरस्त किया जाना आवश्यक है तथा खाली भुखण्ड पर आंगनवाडी केन्द्र बनाने अथवा भुखण्ड का नियमानुसार निलामी
प्रक्रिया अपनाकर आवंटन करना न्यायोचित है। इस पूरे मामले को लेकर नगर पालिका के खिलाफ जिला कलेक्टर, कैबिनेट मंत्री को प्रार्थना पत्र पेश कर कार्रवाई की गुहार लगाई है। कस्बे वासियों ने
गम्भीर विषय पर जाँच करवाकर अतिक्रमण को तुरन्त प्रभाव से हटाने
तथा गैर कानुनी रुप से खांचा भुमि हेतु जमा राशि निरस्त करवाने की मांग उठाई है। उक्त पालिका
भुखण्ड पर
आंगनवाडी केन्द्र प्रारम्भ करने, नियमानुसार नीलामी करने के लिए संबंधित अधिकारी पर आदेश जारी कराने को लेकर एसडीएम विमलेंद्र सिंह राणावत को ज्ञापन सौंपा।
