बीते कई वर्षों पहले देवासी समाज के दोनों पक्षकारों में हो चुका था आपसी समझौता, लेकिन अब कुछ समय पहले से ही एक पक्षकार गोचर भूमि पर अतिक्रमण की लगाएं हुए हैं आश
प्रशासनिक अधिकारियों के द्वारा खेजडिया गांव में गोचर भूमि पर किए गए अतिक्रमण पर जल्द चलाया जाएगा पीला पंजा।
एक कलमकार गोचर पर अवैध अतिक्रमण कों आखिरकार क्यों बता रहा सही?

गोचर (पडत) भूमि पर खेजडिया गांव के दों परिवार ने किया अतिक्रमण।
22.5.2016 को हुई राजीनामा की फोटो प्रति

शिवगंज । केसरपुरा पंचायत के अंतर्गत खेजडिया ग्रामवासी विकलांग समदी देवी पिछले 3 महीनों से भूमाफियाओं से परेशान होने व घर के पीछे अतिक्रमण को लेकर प्रशासन को गुमराह कर रही है। उक्त अतिक्रमण के बारे में सन 2016 में दोनों पक्षों के मध्य गांव के मौजूदा लोगों के बीच आपसी राजीनामा किया गया था जो सरकारी जमीन गोचर की श्रेणी में आ रही है फिर भी महिला को विकलांग देखते हुए आज तक प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की लेकिन समाधि देवी पूर्व में हुए आपसी राजीनामा को नजर-अंदाज करते हुए प्रशासन पर झूठा आरोप लगा रही है की सरपंच रुपाराम मीणा, बीडीओ मुलेंद्र सिंह, सेक्रेटरी सुभाष मीणा की मिली भगत का बार-बार आरोप लग रही है लेकिन हकीकत यह है उक्त (पड़त) गोचर सरकारी जमीन है जिसको लेकर पंचायत समिति द्वारा लिखित कार्रवाई की जा रही है एवं प्रशासन ने पुलिस जाप्ता मांगा है पुलिस जाप्ता मिलते ही उक्त अतिक्रमणकारियों के अतिक्रमण हटा दिए जाएंगे ।
ग्राम पंचायत केसरपुरा के सरपंच रुपाराम मीना से हमारे संवाददाता “राजस्थान टीवी 24” से हुई वार्ता के अनुसार मीणा ने बताया की समदी देवी और उसेके आगे किए गए अतिक्रमण दोनों ही सरकारी पड़त भूमि पर किए हुए हैं इस बाबत पूर्व में 22.5.2016 को राजीनामा किया जा चुका है ।और गोचर भूमि में अतिक्रमण करना एक अपराध की श्रेणी में आता है इसके लिए पंचायत समिति विकास अधिकारी को अतिक्रमण हटाने की जानकारी दे दी गई है सूत्रों का यह भी कहना है कि दोनों पक्षों के द्वारा किया गया अतिक्रमण आबादी भूमि में नहीं है।

