अनुसूचित जाति के एक व्यक्ति ने तीन लोगों के खिलाफ मारपीट करने, जाति सूचक शब्दों से अपमानित करने और अपहरण करने के प्रयास का दर्ज करवाया था मामला
शिवगंज। शहर में करीब एक पखवाड़े पूर्व अनुसूचित जाति के एक व्यक्ति के साथ कथित रूप से मारपीट करने, जाति सूचक शब्दों से अपमानित करने और अपहरण करने के प्रयास को लेकर तीन व्यक्तियों के खिलाफ दर्ज मामले में आरोपियों के खिलाफ अभी तक कार्रवाई नहीं होने पर फरियादी ने केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह सहित मुख्यमंत्री एवं पुलिस के उच्चाधिकारियों को पत्र भेजकर कार्रवाई की फरियाद की है।
गौरतलब है कि संतोषी नगर निवासी शंकर हरिजन ने विगत 28 सितंबर को पुलिस थाने में एक रिपोर्ट पेश कर सुमेरपुर निवासी किशनलाल शर्मा सहित उनके पुत्र रामरतन शर्मा तथा रविन्द्र शर्मा के खिलाफ आरोप लगाया था कि इन तीनों ने उसके कार्यस्थल पर आकर उसके साथ मारपीट की तथा जाति सूचक शब्दों से अपमानित किया। फरियादी ने पुलिस को बताया था कि आरोपियों ने मारपीट के दौरान उसका अपहरण करने का प्रयास किया। पुलिस ने परिवादी की रिपोर्ट पर मामला अनुसूचित जाति जनजाति कष्ट निवारण अधिनियम की विभिन्न धाराओं में दर्ज कर जांच प्रारंभ की ।
ओर से रिपोर्ट वापस लेने के लिए दबाव बनाने और धमकियां मिलने पर परिवादी ने केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह सहित मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा व पुलिस अधिकारियों को पत्र भेज बताया है कि मारपीट की घटना के बाद से उसकी तबियत खराब है। उसकी दो से तीन चिकित्सकों ने जांच भी की है। परिवादी ने बताया कि तीनों आरोपी आदतन अपराधी प्रवृति के है। उनके खिलाफ शिवगंज,सुमेरपुर व सिरोही में धोखाधडी, फर्जी दस्तावेज तैयार कर जमीन हडपने सहित चैक देकर रूपए उधार लेने और फिर नहीं लौटाने जैसे मामले दर्ज है। परिवादी ने बताया कि चूंकि आरोपी प्रभावशाली व्यक्ति है इसलिए वह लगातार उस पर रिपोर्ट वापस लेने का दबाव बना रहे है। साथ ही वे उसे देख लेने की धमकी भी दे रहे है। परिवादी ने बताया कि वह अनुसूचित जाति वर्ग का एक साधारण परिवार का सदस्य है।

इस मामले में अब तक आरोपियों के खिलाफ किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं होने तथा आरोपियों की ओर से रिपोर्ट वापस लेने के लिए दबाव बनाने और धमकियां मिलने पर परिवादी ने केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह सहित मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा व पुलिस अधिकारियों को पत्र भेज बताया है कि मारपीट की घटना के बाद से उसकी तबियत खराब है। उसकी दो से तीन चिकित्सकों ने जांच भी की है। परिवादी ने बताया कि तीनों आरोपी आदतन अपराधी प्रवृति के है। उनके खिलाफ शिवगंज,सुमेरपुर व सिरोही में धोखाधडी, फर्जी दस्तावेज तैयार कर जमीन हडपने सहित चैक देकर रूपए उधार लेने और फिर नहीं लौटाने जैसे मामले दर्ज है। परिवादी ने बताया कि चूंकि आरोपी प्रभावशाली व्यक्ति है इसलिए वह लगातार उस पर रिपोर्ट वापस लेने का दबाव बना रहे है। साथ ही वे उसे देख लेने की धमकी भी दे रहे है। परिवादी ने बताया कि वह अनुसूचित जाति वर्ग का एक साधारण परिवार का सदस्य है। आरोपियों की तरफ से लगातार धमकियां मिलने से उसे अपनी जान की चिंता सता रही है। उसने केन्द्रीय गृह मंत्री सहित मुख्यमंत्री व पुलिस अधिकारियों से आग्रह किया है कि इस मामले में यथाशीघ्र कार्रवाई कर दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है
