
माउंट आबू- वन्यजीव अभयारण्य क्षेत्र में सालगांव डैम परियोजना को मिली सैद्धांतिक मंजूरी, वन विभाग ने जारी किए सख्त दिशा-निर्देश,
सिरोही । राजस्थान सरकार के प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक कार्यालय ने माउंट आबू वन्यजीव अभयारण्य क्षेत्र में सालगांव डैम निर्माण के लिए 18.4994 हेक्टेयर वन भूमि उपयोग को सैद्धांतिक मंजूरी प्रदान कर दी है, यह परियोजना सार्वजनिक स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग (PHED) द्वारा प्रस्तावित की गई है, जिसका उद्देश्य स्थानीय जल आपूर्ति व्यवस्था को सुदृढ़ करना है।

मंजूरी के साथ ही पर्यावरण संरक्षण हेतु वन विभाग ने 13 बिंदुओं वाले सख्त दिशा-निर्देश भी जारी किए है, इनमें शामिल हैं—–
संरक्षित क्षेत्र में कार्य सूर्योदय से पहले और सूर्यास्त के बाद नहीं होगा, ईंधन की लकड़ी का उपयोग, निर्माण सामग्री की खुदाई, और श्रमिक शिविर अभयारण्य सीमा के 1 किमी के भीतर प्रतिबंधित रहेगा, 33 केवी की विद्युत लाइन को भूमिगत रूप से डाला जाएगा और खुदाई के बाद स्थल को समतल करना अनिवार्य होगा, परियोजना एजेंसी को माउंट आबू अभयारण्य के निकटतम वन चौकियों और जल स्रोतों को पानी की आपूर्ति करनी होगी, यह मंजूरी भारत सरकार के पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के 9 जुलाई 2025 के पत्र और राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड की 84 वीं बैठक की अनुशंसा पर आधारित है,
सांसद लुंबाराम चौधरी के प्रयास से इस परियोजना से माउंट आबू सहित सिरोही जिले के निवासियों को जल संकट से राहत मिलने की उम्मीद है, लेकिन वन्यजीवों और जैवविविधता की सुरक्षा के लिए तय शर्तों का पालन भी अनिवार्य होगा।
