
जयपुर। दरअसल, बीएल संतोष ने रविवार को प्रदेश बीजेपी कार्यालय में जिला निर्वाचन अधिकारी और पर्यवेक्षकों के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने सभी मंडल अध्यक्षों का निर्वाचन नहीं होने पर नाराजगी जताई। बीएल संतोष ने प्रदेश बीजेपी को 5 दिन में मंडल अध्यक्षों के चुनाव पूरा कराने की डेडलाइन दी है।
बता दें कि प्रदेश बीजेपी में 1135 मंडल हैं। इसमें से अभी तक करीब 535 मंडल अध्यक्षों का ही निर्वाचन हो सका है।
मंडल के बाद सभी जिलाध्यक्षों के कराने होंगे चुनाव
बीएल संतोष के निर्देश के बाद अब बीजेपी को सभी 44 जिलों के जिलाध्यक्षों के चुनाव कराने होंगे। पहले प्रदेश बीजेपी 23 जिलाध्यक्षों के चुनाव करवाकर प्रदेशाध्यक्ष के चुनाव कराना चाहती थी। ताकि प्रदेशाध्यक्ष का चुनाव समय पर हो सके।

प्रदेशाध्यक्ष के चुनाव के लिए कम से कम 23 जिलाध्यक्षों का निर्वाचन जरूरी है, लेकिन अब बीजेपी को सभी जिलाध्यक्षों का निर्वाचन करना होगा, जो आसान नहीं होगा। क्योंकि जिलाध्यक्षों के निर्वाचन में सबसे ज्यादा विवाद हो रहा है। जिले में विधायक, मंत्री और नेता अपनी पसंद का जिलाध्यक्ष लगाना चाहते हैं। वहीं जिलाध्यक्ष के लिए सबसे ज्यादा लॉबिंग हो रही है।
सीएम, राजे और प्रमुख नेताओं से की बातचीत बीजेपी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष ने जिला निर्वाचन अधिकारियों की बैठक के बाद प्रदेश के प्रमुख नेताओं के साथ भी अलग से बैठक की। इसमें सीएम भजनलाल शर्मा, प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़, प्रदेश प्रभारी राधामोहन दास अग्रवाल, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी सहित संगठन चुनाव से जुड़े प्रमुख नेता मौजूद रहे।
बैठक में वसुंधरा राजे का आना चर्चा का विषय रहा। पिछली बार जब सदस्यता अभियान की बैठक के लिए बीएल संतोष जयपुर आए थे, तब भी राजे नहीं आई थीं। अमूमन राजे ने संगठन की बैठकों से दूरी बना रखी है, लेकिन आज राजे का बैठक में रहना चर्चा का विषय बना।
बीजेपी 20 फरवरी तक राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव कराना चाहती है। राष्ट्रीय अध्यक्ष की दौड़ में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का नाम भी चला था। हालांकि इन चर्चाओं को बाद में ज्यादा बल नहीं मिल सका।
