सुमेरपुर 2 अक्टूबर। स्वामी विवेकानंद राजकीय बस स्टैंड पर पिछले सात दिनों से बिजली बंद होने के कारण यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस संबंध में पूर्व पार्षद प्रेमचंद बरूत ने सोमवार को एसडीएम व प्रशासक कालूराम कुम्हार को ज्ञापन सौंपा।

बरूत ने बताया कि बस स्टैंड एक महत्वपूर्ण सार्वजनिक स्थान है जहां बड़ी संख्या में यात्री आते-जाते रहते हैं। यहां पर भामाशाहों द्वारा बनाया गया प्याऊ, शौचालय और मूत्रालय बिजली न होने के कारण बेकार पड़े हुए हैं। रात के समय महिलाओं और बुजुर्गों अपने आपको विशेष रूप से असुरक्षित महसूस कर रहे है। बिजली गुल होने के कारण बस स्टैंड पर गंदगी फैल रही है और अप्रिय घटनाएं होने का खतरा बढ़ गया है। बरूत ने प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द बस स्टैंड पर बिजली व्यवस्था शीघ्र बहाल करवाएं ताकि आम जनता को राहत एवं बढ़ती गंदगी से फैल रही बीमारी से निजात मिल सके।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार स्वामी विवेकानंद बस स्टैंड के ऊपर नगर पालिका सुमेरपुर द्वारा ही एक 45 लाख का आश्रय स्थल बनाया गया है जो आनन-फानन में उद्घाटन तो कर दिया लेकिन शुभारंभ अभी तक नहीं हुआ है जिससे बस स्टैंड पर आने जाने वाले यात्रियों व आश्रय स्थल में रहने मैं ठहरने के लिए गरीब जनता खुले आसमान में अपना जीवन बिता रहे है। जिस मकसद से आश्रय स्थल बना हे वो आश्रय स्थल चालू होने से पहले ही धूल चाट रहा है एवं न हीं उसकी साफ सफाई की जा रही है सूत्रों का कहना है की उस आश्रय स्थल बनने के बाद दो-तीन अधिकारी नगर पालिका आ चुके हैं व एक अधिकारी का तो रिटायरमेंट भी हो गया लेकिन इस आश्रय स्थल की ओर किसी अधिकारी ने ध्यान नहीं दिया जो आम जनता में चर्चा का विषय बना हुआ है की इस आश्रय स्थल में भ्रष्टाचार हुआ है इसलिए इसको शुरू नहीं किया जा रहा है।
अब देखना यह है कि अब नगर पालिका का अध्यक्ष का कार्यकाल पूर्ण हो चुका है एवं सरकार द्वारा प्रशासक उपखंड अधिकारी को लगाया गया है जो इस और ध्यान देंगे या इसी तरह अनदेखी करते रहेंगे।
